अध्यात्म त्यौहार-व्रत

व्रत रखना या उपवास रखना हमारे शरीर के लिए क्यों है महत्वपूर्ण

Written by Bhakti Pravah

हिन्दू धर्म में व्रत रखने का बहुत महत्व है। लोग, खासतौर पर महिलाएं अपनी अपनी श्रद्दा और आस्था के अनुसार अलग अलग देवी, देवताओं को मानते हैं और उनकी पूजा करते हैं। और फिर सप्ताह में एक दिन, या खास मौको या त्योहारों पर अपने देवी देवताओं के लिए व्रत रखते हैं। जिसमें वे पूरे दिन बगैर अन्न खाए सिर्फ फल खाकर ही रहते हैं। धर्म और मान्यता के अनुसार व्रत रखने से देवी, देवता प्रसन्न होते हैं तथा कष्टों और परेशानियों को दूर करके, मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं।

वैज्ञानिक तर्क :- धर्म और मान्यता के साथ साथ सप्ताह में एक दिन व्रत रखना वैज्ञानिक दृष्टि से भी फायदेमन्द है। आयुर्वेद के अनुसार व्रत रखने से और दिन भर में सिर्फ फल खाने से पाचन क्रिया को आराम मिलता है। जिससे पाचन तन्त्र (डीगेस्टीओं) ठीक रहता है और शरीर से हानिकारक तथा अवांछित तत्व बाहर निकल जाते हैं जिससे शरीर तथा स्वास्थ्य ठीक रहता है। एक शोध के अनुसार सप्ताह में एक दिन व्रत रखने से कैंसर, मधुमेह तथा ह्दय सम्बन्धी बीमारियों का खतरा कम होता है।

इसके अलावा ये हैं वो 9 वजहें जिनके आधार पर हम कह सकते हैं कि व्रत करने वाले लंबी उम्र जीते हैं।

1. व्रत रखने के दौरान फैट बर्निंग प्रोसेस तेज हो जाता है. जिससे चर्बी तेजी से गलना शुरू हो जाती है।

2. फैट सेल्स लैप्ट‍िन नाम का हॉर्मोन स्त्रावित करती हैं। व्रत के दौरान कम कैलोरी मिलने से लैप्ट‍िन की सक्रियता पर असर पड़ता है और वजन कम होता है।

3. व्रत के दौरान कुछ आवश्यक पोषक तत्वों को लेना जरूरी है वरना व्रत करना आपके लिए तकलीफदेह हो सकता है। व्रत के बाद आप जब भी कुछ खाएं, कोशिश करें कि वो पौष्ट‍िक हो न कि फैट से भरा हुआ। वरना वजन घटने के बजाय बढ़ जाएगा।

4. व्रत करने से नई रोग प्रतिरोधक कोशिकाओं के बनने में मदद होती है। यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ कैलिफोर्निया के विशेषज्ञों की मानें तो कैंसर के मरीजों के लिए व्रत रखना बहुत फायदेमंद होता है। खासतौर पर उन मरीजों के लिए जो कीमोथेरेपी ले रहे हैं।

5. जरूरी नहीं है कि जब कोई धार्मिक मौका हो तो ही आप व्रत करें।शरीर की अंदरुनी गंदगी को साफ करने और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए आप कभी भी सुविधानुसार व्रत कर सकते हैं।

6. कई अध्ययनों में ये पाया गया है कि कुछ समय के लिए व्रत रखने से मेटाबॉलिक रेट में 3 से 14 फीसदी तक बढोत्तरी होती है। अगर वाकई ऐसा ही है तो इससे पाचन क्रिया और कैलोरी बर्न होने में कम वक्त लगेगा।

7. व्रत करने से दिमाग भी स्वस्थ रहता है। व्रत करने से डिप्रेशन और मस्त‍िष्क से जुड़ी कई समस्याओं में फायदा होता है।

8. व्रत करने के दौरान आपको इस बात का भी अंदाजा हो जाता है कि आपका खानपान कितना गलत है।

9. आज के समय में तनाव एक बहुत बड़ी मेडिकल प्रॉब्लम है। व्रत करने से तनाव में कमी आती है।

क्रेडिट : आचार्य प्रदीप उपमन्यु जी 

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