1. अक्षय तृतीया के दिन सोने चांदी की चीजें खरीदी जाती हैं. मान्यता है कि इससे बरकत आती है. अत: इस दिन सोने या चांदी के लक्ष्मी की चरण पादुका लाकर घर में रखें और इसकी नियमित पूजा करें. क्योंकि जहां लक्ष्मी जी के चरण पड़ते हैं वहां अभाव नहीं रहता है.
2. कौडियों मे देवी लक्ष्मी को आकर्षित करने की क्षमता होती है। अत: इस दिन कौडियां लाकर केसर और हल्दी से इसकी पूजा करें. पूजन के बाद पीले कपडे मे बाँध कर लाकर मे रख दे.
3. अक्षय तृतीय के दिन एकाक्षी नारियल को घर में पूजा स्थान में स्थापित करने तथा नित्य पूजन करने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
4. अक्षय तृतीय के दिन पारद की देवी लक्ष्मी घर लाएं और घर में पूजा स्थान में स्थापित करे तथा नित्य पूजन करे. इससे देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
5. अक्षय तृतीय के दिन पारद या स्फटिक का बना कछुआ घर लाएं तथा इसे उत्तरी दिशा मे रखे. इससे देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
6. अक्षय तृतीया के दिन घर में श्री यंत्र या श्वेतार्क गणपति या दक्षिणावर्ती शंख की स्थापना भी धन की परेशानी दूर करने के लिए कारगर माना गया है.
???? अक्षय तृतीया पर किए जाने वाले विशेष उपाय
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???? धन लाभ हेतु –
1. अक्षय तृतीया की रात साधक (उपाय करने वाला) शुद्धता के साथ स्नान कर पीली धोती धारण करें और एक आसन पर उत्तर की ओर मुंह करके बैठ जाएं. अब अपने सामने सिद्ध लक्ष्मी यंत्र को स्थापित करें जो विष्णु मंत्र से सिद्ध हो और स्फटिक माला से नीचे लिखे मंत्र का 21 माला जाप करें. मंत्र जाप के बीच उठे नहीं, चाहे घुंघरुओं की आवाज सुनाई दे या साक्षात लक्ष्मी ही दिखाई दे.
मंत्र –
ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं ऐं ह्रीं श्रीं फट्
इस उपाय को विधि-विधान पूर्वक संपन्न करने से धन की देवी मां लक्ष्मी प्रसन्न हो सकती हैं और साधक की धन संबंधी समस्या दूर कर सकती हैं।
2. अक्षय तृतीया की रात करीब 10 बजे नहाकर साफ पीले रंग के कपड़े पहन लें. इसके उत्तर दिशा की ओर मुख करके ऊन या कुश के आसन पर बैठ जाएं. अब अपने सामने पटिए (बाजोट या चौकी) पर एक थाली में केसर का स्वस्तिक या ऊं बनाकर उस पर महालक्ष्मी यंत्र स्थापित करें. इसके बाद उसके सामने एक दिव्य शंख थाली में स्थापित करें.
अब थोड़े से चावल को केसर में रंगकर दिव्य शंख में डालें. घी का दीपक जलाकर नीचे लिखे मंत्र का कमल गट्टे की माला से 11 माला जाप करें-
मंत्र-
सिद्धि बुद्धि प्रदे देवि भुक्ति मुक्ति प्रदायिनी।
मंत्र पुते सदा देवी महालक्ष्मी नमोस्तुते।।
मंत्र जाप के बाद इस पूरी पूजन सामग्री को किसी नदी या तालाब में विसर्जित कर दें. इस प्रयोग से आपको धन लाभ होने की संभावना बन सकती है.
3. अक्षय तृतीया की रात को अकेले में लाल वस्त्र पहन कर बैठें. सामने दस लक्ष्मीकारक कौड़ियां रखकर एक बड़ा तेल का दीपक जला लें और प्रत्येक कौड़ी को सिंदूर से रंग कर हकीक की माला से इस मंत्र का पांच माला जाप करें-
मंत्र- ऊं ह्रीं श्रीं श्रियै फट्
इस प्रयोग से धन की देवी लक्ष्मी शीघ्र ही प्रसन्न हो जाती हैं और उसके जीवन में फिर कभी धन की कमी नहीं होती.
???? ग्रहों का अशुभ प्रभाव कम करने हेतु –
यदि आपकी जन्म कुंडली में स्थित ग्रह आपके जीवन पर अशुभ प्रभाव डाल रहे हैं तो इसके लिए उपाय भी अक्षय तृतीया से प्रारंभ किया जा सकता है. इसके लिए अक्षय तृतीया की सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद तांबे के बर्तन में शुद्ध जल लेकर भगवान सूर्य को पूर्व की ओर मुख करके चढ़ाएं तथा इस मंत्र का जाप करें-
ऊँ भास्कराय विग्रहे महातेजाय धीमहि, तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्
यह उपाय रोज करें. इस उपाय से ग्रहों का अशुभ प्रभाव कम हो सकता है और आपकी हर मनोकामना पूरी हो सकती है. अगर यह उपाय सूर्योदय के एक घंटे के भीतर किया जाए तो और भी शीघ्र फल देता है.
???? विभिन्न समस्याओं के निदान हेतु –
अक्षय तृतीया पर अपने सामने सात गोमती चक्र और महालक्ष्मी यंत्र को स्थापित करें और सात तेल के दीपक लगाएं. यह सब एक ही थाली में करें और यह थाली अपने सामने रखें और शंख माला से इस मंत्र की 51 माला जाप करें-
मंत्र- हुं हुं हुं श्रीं श्रीं ब्रं ब्रं फट्
अक्षय तृतीया के दिन यह उपाय करने से हर प्रकार की समस्याओं का निदान संभव है.
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